बाईपास सर्जरी और एंजियोप्लास्टी में अंतर | जानिए पूरी जानकारी
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बाईपास सर्जरी और एंजियोप्लास्टी में क्या अंतर है?

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आज के समय में दिल की बीमारियाँ आम समस्या बन गई हैं। गलत खान-पान, तनाव और जीवनशैली की वजह से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज होना बहुत आम हो गया है। जब दिल तक खून की आपूर्ति प्रभावित होती है, तो दिल कमजोर होने लगता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में डॉक्टर मुख्य रूप से दो तरह की प्रक्रियाएँ अपनाते हैं – बाईपास सर्जरी और एंजियोप्लास्टी।

यह ब्लॉग आपको इन दोनों प्रक्रियाओं के बीच के अंतर, फायदे और जोखिम के बारे में सरल भाषा में बताएगा, ताकि आप समझ सकें कि आपकी स्थिति के लिए कौन सा विकल्प बेहतर है।

1. बाईपास सर्जरी (Coronary Artery Bypass Surgery)

बाईपास सर्जरी को CABG (Coronary Artery Bypass Grafting) भी कहा जाता है। यह एक ओपन हार्ट सर्जरी है, जिसमें ब्लॉकेज या रुकावट वाली धमनियों के पास नया मार्ग बनाया जाता है। इस नए मार्ग से खून आसानी से दिल तक पहुँचता है।

बाईपास सर्जरी कैसे होती है:
  • सबसे पहले मरीज की ब्लॉकेज वाली धमनियों की जांच की जाती है।
  • फिर शरीर के किसी अन्य हिस्से जैसे छाती या पैरों की वेन (Vein) का इस्तेमाल करके नया रास्ता तैयार किया जाता है।
  • यह नया रास्ता ब्लॉकेज वाली धमनियों के पास खून को ले जाता है।
  • ऑपरेशन के दौरान हार्ट को कभी-कभी मशीन से जोड़ा जाता है, जो खून का प्रवाह बनाए रखती है।
फायदे:
  • यह लंबी अवधि तक काम करती है और हार्ट अटैक का खतरा कम करती है।
  • गंभीर ब्लॉकेज और मल्टीपल धमनियों में सबसे प्रभावी तरीका है।
जोखिम:
  • यह एक बड़ी सर्जरी है, इसलिए रिकवरी में समय लगता है।
  • ऑपरेशन के दौरान ब्लीडिंग, इन्फेक्शन या हार्ट अटैक का खतरा थोड़ी मात्रा में रहता है।

2. एंजियोप्लास्टी (Angioplasty)

एंजियोप्लास्टी एक मिनिमली इनवेसिव प्रोसीज़र है। इसमें ब्लॉकेज वाली धमनियों को खोलने के लिए एक पतली ट्यूब (कैथेटर) का इस्तेमाल किया जाता है।

एंजियोप्लास्टी कैसे होती है:
  • कैथेटर को आमतौर पर हाथ की कलाई या जांघ की धमनी से दिल तक पहुँचाया जाता है।
  • ब्लॉकेज वाली जगह पर एक छोटा बैलून फुलाया जाता है, जिससे रुकावट खुल जाती है।
  • कभी-कभी स्टेंट भी लगाया जाता है। स्टेंट एक छोटा जालीदार ट्यूब होता है, जो धमनियों को खुला रखने में मदद करता है।
फायदे:
  • कम समय में हो जाती है और मरीज जल्दी ठीक हो जाता है।
  • यह कम इनवेसिव होने के कारण जोखिम कम होता है।
  • कई मरीजों को सिर्फ लोकल एनेस्थीसिया की जरूरत होती है।
जोखिम:
  • कुछ मामलों में धमनियों में रुकावट दोबारा हो सकती है।
  • खून का थक्का बनने या स्टेंट में संक्रमण का खतरा रहता है।

3. बाईपास और एंजियोप्लास्टी में मुख्य अंतर

अंतरबाईपास सर्जरीएंजियोप्लास्टी
प्रक्रिया का प्रकारओपन हार्ट सर्जरीमिनिमली इनवेसिव प्रोसीज़र
रिकवरी का समयलंबा (लगभग 6–8 सप्ताह)कम (कुछ दिनों में ठीक)
लागतज्यादाकम
उपयोग का स्तरगंभीर ब्लॉकेज या मल्टीपल धमनियों मेंएक या दो धमनियों में हल्की या मध्यम ब्लॉकेज
जोखिमज्यादा जटिलताएँ हो सकती हैंकम जटिलताएँ, लेकिन रुकावट दोबारा हो सकती है
लंबी अवधि का प्रभावलंबे समय तक काम करता हैकुछ मामलों में स्टेंट या धमनियों को दोबारा खोलने की जरूरत

4. कौनसी प्रक्रिया आपके लिए सही है?

सही इलाज चुनना मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है।

  • गंभीर ब्लॉकेज या मल्टीपल धमनियाँ प्रभावित हों, तो बाईपास सर्जरी बेहतर होती है।

  • एक या दो धमनियाँ प्रभावित हों और ब्लॉकेज हल्की हो, तो एंजियोप्लास्टी पर्याप्त हो सकती है।

  • मरीज की उम्र, अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ और दिल की ताकत भी निर्णय में महत्वपूर्ण होती हैं।

5. दिल की देखभाल और जीवनशैली

सर्जरी या एंजियोप्लास्टी के बाद दिल की सुरक्षा के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी हैं:

  1. संतुलित आहार – तले-भुने और अधिक तेल वाले भोजन से बचें। फल, सब्जियाँ और ओमेगा-3 युक्त आहार शामिल करें।

    2. व्यायाम – नियमित हल्की वॉक, योग या स्ट्रेचिंग से दिल मजबूत रहता है।

      3. धूम्रपान और शराब से परहेज़ – ये धमनियों को नुकसान पहुँचाते हैं।

        4. तनाव कम करें – तनाव और नींद की कमी भी हार्ट डिजीज का कारण बनती है।

          5. नियमित जांच – ब्लॉकेज की स्थिति और दिल की ताकत की नियमित निगरानी करें।

            6. सही अस्पताल और डॉक्टर का चयन

            दिल की किसी भी सर्जरी या एंजियोप्लास्टी के लिए अनुभवी डॉक्टर और आधुनिक सुविधाओं वाला अस्पताल चुनना जरूरी है। जयपुर में ManglamPlus Medicity Hospital, जिसे शहर का best hospital in Jaipur माना जाता है, विशेषज्ञ कार्डियोलॉजिस्ट और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ मरीजों की सेवा में उपलब्ध है।

            यहाँ मरीजों को सलाह, ऑपरेशन और पोस्ट-ऑपरेशन के लिए पूरी मदद मिलती है। आधुनिक मशीनरी, अनुभवी स्टाफ और आरामदायक रिकवरी रूम मरीजों के लिए सुरक्षित और आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करते हैं

            निष्कर्ष

            बाईपास सर्जरी और एंजियोप्लास्टी दोनों ही दिल की बीमारियों के इलाज में अहम हैं।

            • बाईपास सर्जरी गंभीर ब्लॉकेज और मल्टीपल धमनियों के लिए प्रभावी है।
            • एंजियोप्लास्टी कम इनवेसिव, जल्दी ठीक होने वाली और हल्की ब्लॉकेज के लिए उपयुक्त है।

            सही निर्णय लेने के लिए अनुभवी कार्डियोलॉजिस्ट से सलाह लेना जरूरी है। साथ ही, स्वस्थ जीवनशैली और नियमित जांच से दिल की सेहत बनी रहती है।

            समय पर सही इलाज और सावधानी से आप अपनी जिंदगी को लंबे समय तक स्वस्थ और खुशहाल रख सकते हैं।

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